दुर्घटना के कारण बहुत विविध हो सकते हैं, लेकिन किसी भी परिवहन के दुर्घटनाग्रस्त होने के दौरान व्यवहार के सामान्य नियम होते हैं। यदि आप उनका सख्ती से पालन करते हैं, तो दुखद परिणाम का जोखिम काफी कम हो जाएगा।
निर्देश
चरण 1
यदि आप ट्रेन में हैं, तो सबसे सुरक्षित सीट लेने की कोशिश करें - केंद्रीय गाड़ी का वह डिब्बा, जिसमें आपातकालीन निकास आपके करीब हो। पहले से पता कर लें कि अग्निशामक और आपातकालीन निकास कहाँ हैं। वाहन चलाते समय, सीढ़ियों पर खड़े न हों, खिड़कियों से बाहर न देखें, या बाहर के दरवाजे न खोलें।
चरण 2
अपना सामान निर्धारित क्षेत्र में बड़े करीने से रखें। विस्फोटक, ज्वलनशील या रासायनिक पदार्थों का परिवहन न करें। यदि आपको गैस या जले हुए रबर की गंध आती है, तो तुरंत हैंडलर या चालक दल के सदस्यों को सूचित करें। केवल निर्दिष्ट क्षेत्र में धूम्रपान की अनुमति है। परिवहन नेटवर्क में नियमों द्वारा प्रदान नहीं किए गए घरेलू उपकरणों को कनेक्ट न करें।
चरण 3
दुर्घटना के दौरान अपनी सीट बेल्ट बांधें या किसी स्थिर वस्तु को पकड़ें। दुर्घटना समाप्त होने तक आराम न करें - कई झटके आ सकते हैं। फिर एक आपातकालीन निकास खोजने का प्रयास करें। अपने साथ सबसे जरूरी चीजें ले जाएं: दस्तावेज, पैसा, भोजन और पानी, कपड़े।
चरण 4
यदि किसी कारण से आपातकालीन निकास उपलब्ध नहीं है, तो अपने निकटतम खिड़की को तोड़ने के लिए किसी भारी वस्तु का उपयोग करें। मलबे से सावधान रहें।
चरण 5
आग लगने की स्थिति में किसी भी कपड़े को गीला कर लें और उससे अपनी नाक और मुंह को ढक लें। खिड़कियां बंद करें और रास्ते में अपने पीछे के दरवाजे बंद करके बाहर निकलें ताकि आग न फैले।
चरण 6
तारों से बचें और जितनी जल्दी हो सके छोटे कदम या छलांग लगाकर उनसे दूर हो जाएं - इससे खतरा कम होगा। याद रखें: विद्युत धारा 20-30 मीटर की दूरी पर जमीन के ऊपर से गुजरती है। पीड़ितों की मदद करने की कोशिश करें, चालक दल के कमांडर के आदेशों का पालन करें।
चरण 7
दुर्घटनास्थल से जितना हो सके दूर हटें - एक मजबूत विस्फोट की उच्च संभावना है। दुर्घटनास्थल की दृष्टि न खोएं, बचावकर्मी वहां पहुंचेंगे। लाल बत्ती पर सड़क और समपार क्रॉसिंग पर बाहर न निकलें। बाकी यात्रियों और चालक दल के करीब रहें। बचाव दल के सभी निर्देशों का सावधानीपूर्वक पालन करें।